दुनिया का एकमात्र देश है जिसने “सकल राष्ट्रीय खुशी” (Gross National Happiness) को अपनी प्राथमिकता बनाया है।
यहाँ देश की प्रगति और विकास को मापने के लिए gdp नहीं बल्कि gnh को देखा जाता है
आखिरी देश जो टीवी को अपने देश में लाया
दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो “कार्बन नेगेटिव” है।
आज तक किसी का गुलाम नहीं रहा
देश जहाँ राजा ने स्याम देश विकास के लिए गद्दी छोरी , संवैधानिक राजतंत्र
आज भी सड़कों पर ट्रैफिक लाइट्स नहीं हैं
हिमालय की गोद में बसा भूटान, जिसे “ड्रुक युल” या “वज्रपात के ड्रैगन का देश” भी कहा जाता है, शांति, प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम है। इसका आधिकारिक नाम ’किंगडम ऑफ भूटान hai . कुछ लोगों के अनुसार भूटान संस्कृत के भू-उत्थान से बना शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है ऊंची भूमि . यह दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो अपनी प्रगति को धन-दौलत से नहीं, बल्कि सकल राष्ट्रीय खुशी (Gross National Happiness) से मापता है। यहाँ की 70% भूमि घने जंगलों से आच्छादित है और प्राचीन मठ ऊँची चट्टानों पर स्थित हैं, जो इसकी सांस्कृतिक गहराई और आध्यात्मिक परंपरा को दर्शाते हैं। आधुनिकता से दूर रहते हुए, भूटान ने पर्यावरण संरक्षण और खुशहाल जीवन के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है।
राष्ट्रगान: द्रुक सेन्देन
भूटान का इतिहास अद्वितीय और समृद्ध है, जिसमें बौद्ध धर्म की गहरी जड़ें, राजशाही की स्थापना, और आधुनिक संवैधानिक राजतंत्र तक का विकास शामिल है। यहाँ भूटान के इतिहास के प्रमुख पहलुओं का विवरण दिया गया है:
प्राचीन इतिहास
प्रारंभिक मानव बसावट
– भूटान में मानव बसावट का इतिहास 2000 साल पुराना माना जाता है।
– प्राचीन काल में यहाँ तिब्बती-बर्मा मूल के लोग बसे हुए थे।
बौद्ध धर्म का आगमन
– 7वीं शताब्दी में बौद्ध धर्म तिब्बत से भूटान में आया।
– इस दौरान तिब्बती राजा *सोंग्सेन गैंपो* ने भूटान में कई बौद्ध मंदिर बनाए।
गुरु पद्मसंभव का योगदान
– 8वीं शताब्दी में गुरु पद्मसंभव (गुरु रिनपोछे) ने भूटान में वज्रयान बौद्ध धर्म की स्थापना की।
– उन्होंने पारो ताखत्सांग (टाइगर नेस्ट) जैसे कई महत्वपूर्ण स्थलों का निर्माण किया।
मध्यकालीन इतिहास
भूटान का एकीकरण (17वीं शताब्दी)
– 1616 में, तिब्बती बौद्ध लामाओं में से एक, शब्दुंग नागवांग नामग्याल, ने भूटान को एकजुट किया।
– उन्होंने भूटान को बाहरी आक्रमणों से बचाया और ज़ोंग (किले) प्रणाली की शुरुआत की।
– उन्होंने धार्मिक और राजनीतिक व्यवस्थाओं को स्थापित किया।
आधुनिक इतिहास
राजशाही की स्थापना (1907):
– 1907 में उग्येन वांगचुक को भूटान का पहला राजा बनाया गया।
– यह भूटान में आधुनिक राजशाही का आरंभ था।
– राजशाही के तहत भूटान ने बाहरी दुनिया के साथ संबंध विकसित किए।
भूटान और ब्रिटिश भारत
– 1910 में भूटान ने ब्रिटिश भारत के साथ पुनाखा संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत भूटान की विदेश नीति ब्रिटिश भारत के नियंत्रण में आई।
भारतीय स्वतंत्रता के बाद
– 1949 में भारत और भूटान के बीच मित्रता की संधि हुई, जिसमें भूटान को स्वतंत्रता दी गई लेकिन भारत को उसकी विदेश नीति में मार्गदर्शन का अधिकार मिला।
राजनीतिक प्रणाली
– शब्दुंग ने द्वैध शासन प्रणाली शुरू की, जिसमें धार्मिक नेता (धार्मिक प्रशासन) और राजा (धर्म और राज्य प्रशासन) दोनों का योगदान था।
– इसका आधिकारिक नाम ‘किंगडम ऑफ भूटान ‘ (जोङखा ) में : ( थुक ग्याल खाप) है। सरकार का प्रकार*: संवैधानिक राजतंत्र।
– राजा: भूटान के राजा को “ड्रुक ग्याल्पो” कहा जाता है।
– प्रधानमंत्री: देश का प्रमुख कार्यकारी अधिकारी।
– 2008 में भूटान ने पूर्ण राजशाही से संवैधानिक राजतंत्र में परिवर्तन किया।
– चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक ने अपने पुत्र जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक* को गद्दी सौंपते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की शुरुआत की।
– पहला लोकतांत्रिक चुनाव आयोजित किया गया।
भूटान का आधुनिक महत्व: Yani aaj ke date mein bhitan ka mportance. Aaiye Bhutan ke adhunik mahatava ke bare mein v jan lete hain
भूटान का इतिहास इसे एक ऐसा देश बनाता है जो अपनी परंपराओं को संरक्षित करते हुए आधुनिकता को अपना रहा है। यह दुनिया का एकमात्र देश है जिसने “सकल राष्ट्रीय खुशी” (Gross National Happiness) को अपनी प्राथमिकता बनाया है।
भूटान का इतिहास इसे सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से अद्वितीय बनाता है।
भौगोलिक स्थिति
– स्थान: भूटान भारत और चीन के बीच स्थित है।
– राजधानी: थिम्पू।
– क्षेत्रफल: लगभग 38,394 वर्ग किलोमीटर।
– भू-आकृति: देश में पहाड़, घाटियाँ और घने जंगल हैं।
3. जनसंख्या और भाषा
– जनसंख्या: लगभग 8 लाख।
– भाषा: राष्ट्रीय भाषा जोंगखा है। अन्य भाषाएँ भी बोली जाती हैं।
– धर्म: बहुसंख्यक लोग बौद्ध धर्म के वज्रयान संप्रदाय को मानते हैं।
आर्थिक स्थिति
– जीवनशैली: भूटान की अर्थव्यवस्था कृषि, पर्यटन, और जलविद्युत पर आधारित है।
– सकल राष्ट्रीय खुशी (GNH): भूटान GDP की बजाय Gross National Hapiness पर ध्यान देता है, जो लोगों की खुशी और समृद्धि को मापता है।
संस्कृति और परंपरा
– पहनावा: पुरुष “घो” और महिलाएँ “किरा” पहनती हैं।
– उत्सव: भूटान में “त्सेचु” नामक बौद्ध त्योहार प्रमुख है।
– स्थापत्य: भूटानी मठ, जैसे पारो ताखत्सांग (टाइगर नेस्ट), विश्व प्रसिद्ध हैं।
पर्यटन
भूटान अपनी हरित पहाड़ियों, शांत वातावरण, और बौद्ध मठों के लिए जाना जाता है। यहाँ का मुख्य आकर्षण:
– *पारो तखत्सांग*: यह मठ चट्टानों पर बना हुआ है।
– थिम्पू (Thimpu): राजधानी में भूटान की आधुनिकता और परंपरा का संगम देखा जा सकता है।
– पुनाखा जोंग: भूटान की वास्तुकला का बेहतरीन नमूना।
विशेष तथ्य:
– भूटान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो “कार्बन नेगेटिव” है। इसका अर्थ है कि भूटान जितना उत्पादन करता है, उससे कई अधिक कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है।
– यहाँ प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। प्लास्टिक बैग पर पहला प्रतिबंध 1999 में लगाया गया था। हालांकि, 2005 और 2009 में इसे दोबारा लागू करने के बावजूद, विकल्पों की कमी के कारण यह सफल नहीं हो सका। कचरा प्रबंधन की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए, 2019 में इस प्रतिबंध को फिर से सख्ती से लागू किया गया। नागरिकों को जागरूक करने के लिए घरेलू कैरी बैग, जूट बैग और हाथ से बने बैग जैसे विकल्पों को प्रोत्साहित किया गया।
भूटान में सार्वजनिक स्थानों जैसे सिनेमा हॉल, रेस्तरां और सड़कों पर धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों का उपयोग प्रतिबंधित है। धूम्रपान करने वालों के लिए कुछ विशेष क्षेत्र निर्धारित किए गए हैं, जहां वे धूम्रपान कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति इस कानून का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे 3 से 5 साल की सजा हो सकती है।
भूटान का यह तथ्य आपको सोंचने पर कर सकता है कि भूटान पहली पर टीवी की शुरुआत 1999 में हुई। इससे पहले, यहां टीवी पर पूरी तरह प्रतिबंध था, क्योंकि सरकार को आशंका थी कि यह देश की बौद्ध जीवनशैली को प्रभावित कर सकता है। क्यूंकि भूटान साफ सुथरा छवि वाला देश के नाम से जाना जाता था हालाँकि आज भी लोग यहाँ मिलजुल कर रहते हैं। दिलचस्प बात यह है कि पहला प्रसारण 1998 में फ्रांस में हुए फीफा वर्ल्ड कप फाइनल का किया गया था।
– भूटान की सीमाएँ खुली हैं, लेकिन यहाँ पर्यटकों को प्रवेश के लिए विशेष परमिट की आवश्यकता होती है।
भूटान को इसकी प्राकृतिक सुंदरता, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, और आध्यात्मिक जीवनशैली के लिए पूरी दुनिया में सराहा जाता है।
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