BPSC Exam: गोली चलवा दीजिये, अर्थी निकल दे मरकर, हम उपद्रवी तत्त्व हैं,हमे न्याय चाहिए , बिहार में bpsc अभ्यर्थियों की मांग री -एग्जाम !
बिहार लोक सेवा आयोग ने बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा
पेपर लिक के विरोध में छात्रों का सत्याग्रह और आमरण अनसन थमने का नाम नहीं ले रहा। आइये bpsc यानि बिहार लोक सेवा आयोग से जुड़े मामले को समझते हैं।
बात है 13 दिसम्बर की जब बिहार में 70वी सिविल सेवा प्रिलिम्स की परीक्षा हो रही थी। परीक्षा में कुल 4 लाख 83 हज़ार छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। परीक्षा एक ही शिफ्ट में 12 से 2 बजे के तक राखी गयी थी। बिहार के 36 जिलों में 900 से अधिक परक्षा केंद्र बनाये गए थे। बापू परीक्षा परिसर जहाँ 12000 कैंडिडेट एग्जाम देने पहुंचे थे। एग्जाम के दौरान एक परीक्षा हॉल में 273 प्रश्न पत्र न होकर सिर्फ में प्रश्न पत्र 192 प्रश्न पत्र ही लाए गए थे। बाद में बचे परीक्षार्थियों को दूसरे एग्जाम हॉल से प्रश्न पत्र मंगवा कर दिया गया जिसपर छात्रों का कहना है की प्रश्न पत्र पैक्ड नहीं था। छात्रों का ये भी कहना है की उन्हें पेपर काफी लेट से मिला।
दैनिक भास्कर के रिपोर्ट्स के मुताबिक छार्तों के पांच आरोप ।
प्रश्न पत्र आधे घंटे लेट मिला
कुछ कैंडिडेट्स को पहले मिला
प्रश्न पत्र कटे फाटे थे
पेपर की शील पहले से टूटी थी
सेंटर के अंदर ग्रुप में कैंडिडेट्स omr सहित भर रहे थे
हालाँकि इस बात में कितना सच्चाई है हम नहीं बता सकते , सच्चाई क्या है ये तो जाँच के बाद ही पता चलेगा।
बीपीएससी के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने इसपर क्या है ?
बीपीएससी के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने इस पेपर लीक मामले को बिल्कुल निराधार बताया था. उन्होंने साफ कहा था कि किसी भी सेंटर पर पेपर लीक की घटना नहीं हुई है, लेकिन कैंडिडेट्स की बातों को ध्यान में रखते हुए बिहार लोक सेवा आयोग इस मामले की जांच करेगा.
पटना के DM ने क्या कहा था?
इस मामले में पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया था कि बापू परीक्षा केंद्र के एक हॉल में 273 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वहां सिर्फ 192 प्रश्न पत्र ही लाए गए थे. फिर बाद में दूसरे हॉल से और प्रश्न पत्रों को मंगवाया गया और वो सभी प्रश्न पत्र सील्ड पैक थे, लेकिन बाद में इसी को लेकर कुछ परीक्षार्थियों ने हंगामा कर दिया. उन्होंने भी ये साफ कहा था कि पेपर लीक नहीं हुआ है.
वीडियो भी हुआ है वायरल!
हालांकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ छात्रों को ओएमआर शीट लूटते, प्रश्न पत्रों को फाड़ते और उन्हें लेकर भागते दिखाया गया है. दावा किया जा रहा है कि यह वायरल वीडियो बापू परीक्षा केंद्र का ही है.
छात्रों की मांग क्या है?
छात्रों का कहना है की एग्जाम दुबारा से कंडक्ट कराया जाये सरे सेंटर्स का न की केवल बापू परीक्षा केंद्र का लेकिन आयोग का कहना है की विवाद सिर्फ एक ही परीक्षा केंद्र पर हुई है बाकि केंद्र पर नहीं इसलिए दुबारा एग्जाम केवल बापू परीक्षा केंद्र पर होगा जो की 4 जनवरी को आयोजित किया जायेगा। लेकिन छात्र इससे संतुष्ट नहीं हैं और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावार
रना के बिच कई दिग्गज नेता जैसे पप्पू यादव , प्रशांत किशोर भी वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और निर्दलीय सांसद पप्पू यादव सहित विपक्षी नेताओं ने भी पुलिस कार्रवाई की निंदा की है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि पुलिस को प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था. जो किया गया वह गलत था. लालू ने कहा, “ऐसा नहीं करना चाहिए था. गलत बात है.”
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने कहा, “मैंने संसद में कहा था कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा कटवाया गया था उसी तरह पेपर लीक करवाकर युवाओं का अंगूठा काटा जाता है. इसका ताजा उदाहरण बिहार है. BPSC अभ्यार्थी पेपर लीक के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और एग्जाम को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन NDA की सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए उल्टा छात्रों पर ही लाठी चार्ज करवा रही है. यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम उनके साथ हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे.”
पराशत किशोर ने एक अल्टीमेटम भी दिया की यदि सर्कार और आयोग 27 दिसंबर को 12:00 बजे तक तक कोई रहत वही नोटिस नहीं जारी करती है तो हम छात्रों के साथ धरना पर बैठेंगे . प्रशांत किशोर अगर बच्चों पर लाठीचार्ज हुई तो सबसे आगे मैं रहूँगा। खबर ये भी सामने आ रही है की एक bpsc का छत्र जो की पटना के एक लॉस मैं रहकर पढ़ाई कर , bpsc के पेपर लीक जैसे मामलों से तंग आकर ख़ुदकुशी कर ली हालाँकि क्या रहा ये बात की पुष्टि नहीं हो पायी है।
छात्र की मौत और पुलिस का लाठीचार्ज अभ्यर्थियों में और आक्रोश पैदा कर दिया है और आज धरने का ग्यारहवा दिन है और अभी भी है। अभी भी मामला शान्तहोने का नाम नहीं ले रहा, न तो सर्कार के ही आयोग के तरफ से कोई नोटिकबाट कही जा रही है।
बात 25 दिसंबर की
25 दिसंबर को जब छात्रों ने bpsc दफ्तर के सामने शांति पूर्वक धरना देने पहुंचे तो पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसके बाद छात्रों में आक्रोश और बढ़ गया। छात्र अब जिद पर अरे हुए हैं अब देहकना ये होगा की सर्कार उनकी बात को सुनती है या फिर अपने मनमाने ढंग से काम करती है। फ़िलहाल आपकी राइ क्या है इस मामले पर कमेंट में जरूर बताएं
छात्रों के लिए उम्मीद की किरण।
पटना के जिला अधिकारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और ऐसे में छात्रों को उम्मीद है कि उन्हें जल्द पक्ष में खबर सुनने को मिलेगी। छात्रों का कहना है हमें अब केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ही उम्मीद है। छात्रों को बिहार लिक सेवा आयोग के सचिव से भी बात करने का मौका दिया गया लेकिन वो बात करने को है , उन्हें केवल नितीश कुमार से ही फैसले का उम्मीद है।