Shardiya Navratri 2024 5th Day : नवरात्रि के पाँचवे दिन की जाती है स्कंदमाता की पूजा।
शारदीय नवरात्री (Shardiya Navratri 2024) : हिन्दू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस साल शारदीय नवरात्री 3 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 18 मिनट से शुरू हुआ है जो की 12 अक्टूबर तक रहने वाला है।नव दिनों तक चलने वाला ये महापर्व माँ दुर्गा के आराधना में समर्पित होता है। इन नव दिनों के अंतर्गत माँ दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।हिन्दू पंचांग के अनुसार ,आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ शारदीय नवरात्री आरम्भ हो जाते है। हर साल की तरह इस साल भी नवरात्री काफी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार पंचमी तिथि की शुरुआत 7 अक्टूबर दिन सोमवार को 09:47 ए एम से शुरू होगी जिसका समापन 8 अक्टूबर दिन मंगलवार को 11:17 ए एम पर होगा।
Photo : स्कंदमाता
नवरात्रि के पाँचवे दिन की जाती हैं स्कंदमाता की पूजा।
नवरात्रि का पांचवा दिन स्कंदमाता को समर्पित है। आज के दिन माता की पूजा पुरे विधि विधान के साथ की जाती है। पुराणों के अनुसार, भगवान स्कन्द की माता होने के कारण इन्हें स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है। स्कंदमाता को सफ़ेद रंग बहुत प्रिये है जो की सुख और शांति का प्रतिक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि स्कंदमाताकी पूजा करने से हर एक मनोकामना पूरी होती है और स्वर्ग के द्वार भी खुल जाते हैं।
कैसा होता है स्कन्दमाता का स्वरूप ?
स्कंदमाता को सफ़ेद रंग प्रिये है। ये कमल के पुष्प पर विराजमान रहतीं हैं। माता एक हाथ में अपने बेटे स्कन्द को लिए रहतीं है और एक हाथ में कमल का फूल।
आज के दिन माता को भोग क्या लगाएं ?
स्कंदमाता को उजला रंग प्रिये होने के कारण उन्हें दूध और चावल से बने खीर को भोग लगाना चाहिए।
Disclaimer : यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी है और लोक मान्यताओं पर आधारित है। kabartimes24 एक बात की पुष्टी नहीं करता।